विश्व मजदूर दिवस के मौके पर नवगठित छत्तीसगढ़ ठेका कामगार यूनियन के बैनर तले एसईसीएल के गेवरा व दीपका क्षेत्र के मजदूर कालोनी व दीपका नगर सहित मुख्य बाजार और ग्रामीण इलाके में बाइक रैली निकाली गई। जिसके माध्यम से आउटसोर्सिंग कंपनियों ठेकेदारों द्वारा मजदूरों के शोषण के खिलाफ प्रदर्शन कर अपनी वेतन, सामाजिक सुरक्षा की मांग की गई। इस मौके पर सैकड़ों की संख्या में ठेका श्रमिक व महिलाएं शामिल हुए। रैली के अंत में एसईसीएल गेवरा के मुख्यालय के सामने शक्तिनगर चौक में सभा आयोजित किया गया।
सभा को सम्बोधित करते हुए ऊजार्धानी भूविस्थापित किसान कल्याण समिति के अध्यक्ष व छत्तीसगढ़ ठेका कामगार यूनियन के संयोजक सपुरन कुलदीप ने कहा कि प्रदेश व देश की सत्ता में बैठी सरकारें सारे सार्वजनिक उद्योगों को निजी हाथों में सौपने पर आमादा है। सारे काम ठेका कम्पनियों के हाथों में आ जाने से कामगारों को श्रम कानून अंतर्गत सामाजिक सुरक्षा भी नहीं मिल रहा है। कोयला श्रमिक संघ के गेवरा क्षेत्रीय महासचिव जनाराम कर्ष ने कहा कि देश की संपत्ति लूटने वाले सरकार के खास बन चुके है। मजदूर दिवस के महान उद्देश्यों ने मजदूर वर्ग को उनके अधिकार की रक्षा करते आई है जो आज खतरे में है देश तानाशाही की दिशा में बढ़ रही है जिसे देश के किसान और मजदूरों को रोकना पड़ेगा। सभा को मितानिन संघ अध्यक्ष अनुसुइया राठौर, मितान क्लब के कुलदीप राठौर, भूविस्थापित संघ के रुद्र दास महंत, युवा नेता सतीश कुमार, ललित महिलांगे, छत्तीसगढ़ ठेका कामगार यूनियन के अध्यक्ष सन्तोष चौहान, सचिव विनोद कुर्रे, कुश बंजारा आदि ने सम्बोधित किया। कार्यक्रम में तुलेश्वर बैरागी, प्रेमचंद सोनू चौहान, संजय वैष्णव, नंदू संतोष महिपाल, राजकुमार धीरहे, आशीष कुमार, भरत लाल ओग्रे, निलेश कुमार, राजेंद्र कुमार पटेल सहित अन्य शामिल हुए।