कोरबा। धरती की कोख को तर रखने वाले तालाबों का अस्तित्व समाप्त होता जा रहा है। शहर से लेकर गांव तक कमोबेश एक जैसे हालात हैं, लेकिन युवा पीढ़ी तालाबों के प्रति अपनी नैतिक जिम्मेदारी को लेकर सजग हो रही है। तालाबों की सफाई से लेकर सौंदर्यीकरण तक की बागडोर संभालने के लिए युवा आगे आ रहे हैं। यह पहल भविष्य की सुखद तस्वीर पेश करती है।
ऐसा ही कुछ नाजारा हमें वार्ड क्रमांक 29 पोंंड़ीबहार में देखने को मिला, जहां युवाओं की टोली ने वार्ड में स्थित तालाब का काया पलट कर दिया। यह तालाब कभी जन जीवन का जरूरी हिस्सा हुआ करता था। इस तालाब से पीने के पानी की जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ सामाजिक ताने-बाने से भी जुड़े थे। धार्मिक और पेयजल दोनों उद्देश्यों के लिए सम्मान किया जाता था। मुक्तिधाम के ठीक सामने होने के कारण सामाजिक रीति रिवाज के लिए भी महत्वपूर्ण था। जल संकट के साथ बदलते परिवेश में तालाब गंदगी से पटता जा रहा था। इन्हीं सब बातों को ध्यान में रखते हुए युवाओं ने बिना किसी सरकारी मदद के लगातार एक हफ्ते तक सुबह शाम मेहनत करके तालाब की सफाई की। इस पुनित कार्य में लगे युवकों ने बताया कि 23 अप्रैल को हनुमान जयंती पर वार्ड में शोभा यात्रा का आयोजन किया जाएगा। संध्या में हनुमान जी की आरती व 5100 दीये से तालाब परिसर को सजाया जाएगा। इसके साथ ही महाआरती उपरांत तालाब की सुरक्षा व संरक्षण के लिए शपथ लेंगे।उन्होंने ने कार्यक्रम में लोगों शामिल होने की अपील की है।