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मनुष्यों को प्रकृति की पूजा करनी चाहिए: प्रणव महराज

 रलिया में श्रीमद् भागवत सप्ताह ज्ञान यज्ञ का आयोजन

भिलाई बाजार। ग्राम रलिया राठौर परिवार के तत्वधान में चल रहे श्रीमद भागवत कथा के पंचम दिवस पर कथा व्यास पं. प्रणव महराज ने भगवान श्री कृष्ण की अनेक बाल लीलाओं की कथा भक्तों को श्रवण कराई।  पूतना वध, शकता सुर, तृणावर्त वध, माखन चोरी, माटी खवन लीला, कालिया नाग की कथा महराज ने सुनाई।

कथा विश्राम के समय गोवर्धन पूजन प्रसंग का श्रवण कराया। उन्होंने कहा कि भगवान श्री कृष्ण ने इंद्र का अहंकार तोड़ने के लिए ब्रजवासियों से इंद्र की पूजा छोड़ गिरिराज गोवर्धन की पूजा कराई। मानो भगवान हम सभी को प्रकृति की पूजा के लिए प्रेरित कर रहे है। महराज ने कहा कि वर्तमान में सभी मनुष्यों को प्रकृति अर्थात पेड़ पौधे, नदी, पशु पक्षी की पूजा करनी चाहिए। वर्तमान में वृक्षों की कमी के ही कारण भयंकर गर्मी हम सभी को सहना पड़ रहा है। महराज  ने कथा के माध्यम से सभी श्रोताओं को पौधरोपण व वृक्षों की रक्षा के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि भगवान ने सिर्फ इंद्र के ही अहंकार का मर्दन नहीं किया जो मनुष्य अहंकार में चूर रहते हैं,  ऐसे मनुष्यों का भी मान मर्दन करते हैं। इसलिए मनुष्यों को कभी भी अहंकार नहीं करना चाहिए। एक सरल विनम्र व्यक्ति बन परोपकार करते हुए जीवन व्यतीत करनी चाहिए। कथा के आयोजन से ग्राम में भक्तिमय माहौल बना हुआ है। कथा आयोजक प्रेमचंद जलवती राठौर, पुरुषोत्तम किरण राठौर ने कथा श्रवण हेतु  भक्तों से आग्रह किया है।

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