देश की लगभग 1500 तरह की तितलियां को पछाड़कर बनी थी राष्ट्रीय तितली

रायपुर में 44% वन क्षेत्र वाले छत्तीसगढ़ में पशु पक्षियों और कीट पतंग की हजारड्राप प्रजातियां हैं लेकिन इनमें एक तितली बेहद खास है औक्लिफ के नाम से मशहूर इस तितली को राष्ट्रीय तितली होने का गौरव हासिल है यह पलक झपकते ही रंग बिरंगी खूबसूरत पंखों को समेट कर एक सूखे पत्ते जैसी आकृति में बदल जाती है चिड़िया या अन्य शिकारियों को पलक झपकते ही धोखा देकर बचाने में माहिर होने की खासियत के कारण ही इस देश की लगभग 1500 तरह की तितलियां में सबसे आगे राष्ट्रीय तितली चुना गया है यह प्रदेश में बस्तर सरगुजा के वन क्षेत्र के अलावा कवर्धा की भोरमदेव वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी और मुंगेली के अचानक टाइगर रिजर्व क्षेत्र में पाई जाती है।

देश के तितली विशेषज्ञ पिछले कुछ सालों से जंगल और बांगो में रहने वाली तितलियों का सर्वे कर रहे थे इसी बीच कोरोना के चलते लगे लॉकडाउन के दौरान राष्ट्रीय पक्षी और पुष्प की तरह राष्ट्रीय तितली चुन्नी का विचार आया देश भर से आंकड़े एकत्रित करने के बाद तितली विशेषज्ञों ने आंतरिक मतदान के जरिए साथ तितलियां कृष्णा पीकॉक बड़ा ऑरेंज ऑक्लीफ 5 वर्ष वार्ड तेल बड़ा नवाब येलो गोर्गन और नॉर्थन जंगल क्वीन का चयन किया इनमें से एक तितली को वोटिंग के आधार पर राष्ट्रीय तितली घोषित करना था ध्यान यह रखनाथे की तितली बेहद खास हो खूबसूरत हो और उसकी प्रजाति विलुप्त ना हो इनके आधार पर वर्ष 2020 में देश में राष्ट्रीय तितली चुनने के लिए ऑनलाइन वोटिंग कराई गई इस वोटिंग के आधार पर तीन तितलियों को का नाम पर्यावरण और वन मंत्रालय के सामने रखा गया इसमें अंततः 60 हजार से अधिक वोट लेकर ऑरेंज ओकली बटरफ्लाई जीत गई और उसे राष्ट्रीय तितली घोषित किया गया।

ऑरेंज ओकली को खोजने में लगे 3 साल सेंचुरी में परसों बीत चुके वाइल्डलाइफ फोटो जर्नलिस्ट सत्य प्रकाश पांडे बताते हैं कि वैसे तो तितलियों का संसार जितना रंगीन और खूबसूरत है उसे तलाश में उतना ही कठिन उन्हें तस्वीरों में कैद करना किसी फोटोग्राफर के लिए चुनौती से काम नहीं होता वाइल्डलाइफ प्रेमी खासकर तितलियां में से दिलचस्पी रखने वाली प्रकृति प्रेमी दे डिलीट या ऑरेंज ओकली तितली की एक झलक पाने के लिए जंगलों की खाद चांटा रहते हैं राष्ट्रीय तितली के रूप में अपनी विशेष पहचान रखने वाली इस खूबसूरत तितली को खोजने में मुझे स्वयं 3 साल लगे यह भोरमदेव वाइल्डलाइफ सेंचुरी के अलावा अचानक मार टाइगर रिजर्व क्षेत्र में इनकी उपस्थिति मिली है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *