इंग्लैंड vs इंडिया का चौथा टेस्ट मैच रांची में खेला जा रहा है जिसमें इंडिया के बल्लेबाज ने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला में प्रभावित करने वाले विकेटकीपर बल्लेबाज ध्रुव चुड़ैल ने रोजाना नेट सत्र में 4 घंटे स्पिन का सामना करने के अलावा सैकड़ो थ्रो डाउन और 14 अलग-अलग गेंदबाजों के खिलाफ खेल कर टेस्ट क्रिकेट के लिए खुद को तैयार किया है।

राजकोट में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे टेस्ट में प्रदापन करने वाले ने रविवार को चौथे टेस्ट की पहली पारी में 90 रन की शानदार पारी खेल कर भारतीय टीम में अपना दावा मजबूत किया। आगरा की 23 साल के ध्रुव ज्वेलरी ने 18 महीना की कड़ी तैयारी करके खुद को टेस्ट क्रिकेट के लिए तैयार किया और महेंद्र सिंह धोनी जैसी खेल की समझ के लिए महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर भी उनकी सराहना कर चुके हैं मुंबई के पूर्व बल्लेबाज और राजस्थान रॉयल्स के हाई परफार्मेंस निदेशक जुबिन भरुच ने उसे प्रक्रिया के बारे में बात की जिसका ज्वेलरी इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट श्रृंखला की शुरुआत से पहले तलेगांव में रॉयल्स की हाई परफार्मेंस अकादमी एचपीसी में ट्रेनिंग के दौरान पालन किया यशस्वी जायसवाल को भी तैयारी कर चुके भरुच ने पीटीआई से कहा हम प्रारूप (T20 एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय या टेस्ट मैच) पर ध्यान दिए बिना पिछले 18 महीना से तैयारी कर रहे हैं और इस दौरान ध्यान सिर्फ इस बात पर रहा कि कैसे और कहां रन बनाया जाए।

1 दिन में 880 गेंद की गणना किया भरुचा ने

टेस्ट मैच में एक दिन में 90 ओवर होते हैं यानी 540 गेंद और अतिरिक्त गेंद लेकिन 140 ओवर में प्रभावी रूप से एक दिन में 840 गेंद होती है यह कैसा संभव हुआ इस बारे में पूछना और भरूजा ने प्रक्रिया समझाइए उन्होंने कहा सभी (गेंदबाज और थ्रो डाउन करने वाले)  एक साथ खड़े होते हैं और क्रम में जिन सकते हैं या फ्लैप के लिए एक थ्रू फिर कट पल स्ट्रेट ड्राइव के क्रम में होता है हम कई सात ( स्पिन की अनुकूल खास वाली उछाल वाली गली गले सीमेंट वाली)  पर कई प्रकार की गंदे (रबर, टेनिस, क्रिकेट) और कई प्रकार के बालू (भारी /हल्के/ पतले) आदि के साथ इसे करते हैं।

 

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