इंटरनेट का बेहतरीन इस्तेमाल किया सराईपाली की महक ने
दसवीं बोर्ड में भी राज्य में टॉप टेन में आई थी महक
महासमुंद। 12वीं बोर्ड प्रवीण सूची में प्रथम आई इवास वुडलैंड इंग्लिस मीडियम उ.म.शाला सरायपाली में वाणिज्य संकाय की छात्रा महक अग्रवाल ने कोचिंग क्लास का कभी मुंह नहीं देखा।अलबत्ता उसने यूट्युब से हीं वाणिज्य से संबंधित रजत अरोर के चैनल से नोटस बनाकर पढ़ाई की। 11वीं में वाणिज्य विषय लेने के बाद से ही वह इस यूट्युब चैनल के जरिए पढ़ती रहीं। महक बैंकिंग क्षेत्र में आगे बढ़ना चाहती है।
जयस्तंभ चौक सरायपाली निवासी महके के पिता नवीन अग्रवाल फर्नीचार व्यवसायी है।निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से आने वाली महक 3 भाई बहनों में बड़ी है। महक ने दसवीं में भी टॉप टेन में अपनी जगह बनाई थी। इस बार उसे टॉप टेन मे आने की उम्मीद थी परन्तु प्रथम में आने की उम्मीद नहीं थी। यह उसने सोचा नहीं था। महक की मां श्रीमाती पूजा अग्रवाल ने बताया कि वह शुरू से ही परिश्रमी है। बच्चों को पढ़ते पढ़ाते कभी आर्थिक परेशानी सामने आई भी तो स्कूल का सपोर्ट मिलता रहा।

पढ़ाई के लिए आसपास का वातावरण अनुकुल होना चाहिए
महक का पढ़ाई का तरीका भी अलग रहा, उसने बताया कि वह घंटे के हिसाब से नहीं पढ़ती थी। बल्कि चेप्टर तय करके और स्कूल के होम वर्क के आधार पर पढाÞई करती थी। कोचिंग और ट्युशन पश्न पर उसने बताया कि किसी को इसकी जरूरत हो सकती है। किसी को नहीं उसने कभी इसका सहारा नहीं लिया। हां उसने वाणिज्य से जुड़े रजत अरोरा के युट्युब चैनल से पढ़ाई करती थी। उसने कहा की पढ़ाई के लिए और आसपास का वातावरण अनुकुल होना चाहिए। मोबाइल फोन का उपयोग जितना जरूरी होना चाहिए। उतना ही करना चाहिए तो हम अपने लक्ष्य के प्रति एकाग्रता जुटा सकते है। और यहीं सफलता की कुजीं है।

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